छोटी सी पूजा से ही हो जाते प्रसन्न, आशुतोष औघड़ दानी बाघाम्बर धारी भूतों से परितोष सारी सृष्टि ... छोटी सी पूजा से ही हो जाते प्रसन्न, आशुतोष औघड़ दानी बाघाम्बर धारी भूतों से परि...
चमका जो सूरज, डरे थे ये बादल। घाटी से अब तो, छंटेंगे ये बादल। चमका जो सूरज, डरे थे ये बादल। घाटी से अब तो, छंटेंगे ये बादल।
ये पर्व हैं प्यार और उन्नति का बोली जुआ में ना बरबाद करो। ये पर्व हैं प्यार और उन्नति का बोली जुआ में ना बरबाद करो।
मेरे बच्चों कैसे सहलाऊँ तुम्हारी पीठ जब मैं ही हूँ दो पाटों के बीच और तुम नतमस्तक मेरे बच्चों कैसे सहलाऊँ तुम्हारी पीठ जब मैं ही हूँ दो पाटों के बीच ...
नहीं खोफ अब विश्व विधाता ईश्वर का भी कोई। नहीं खोफ अब विश्व विधाता ईश्वर का भी कोई।
मति गई मारी मति गई मारी